पदमावती को मिला दाती का सहारा

दाती महाराज ने हाथों हाथ कर दी बेटी के विवाह की चिंता दूर
पाली। राम रहीम कॉलोनी निवासी पदमावती अपने परिवार की हालत देखकर रोजाना ईश्वर को कोसती थी। वह सोचती थी कि ईश्वर ने यह कैसी विपदा उसके परिवार पर डाल दी है। पिछले कई दिनों से परिवार में चार बहनों में सबसे बड़ी पदमावती के हाथ पीले करने की चर्चा चल रही थी। वह सोचती थी कि पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और भाई रिक्शा चलाकर जो कुछ कमाता है उससे परिवार का खर्च बमुश्किल चल पाता है। ऐसे में उसके हाथ पीले करने का परिजनों का अरमान कैसे पूरा हो पाएगा। आखिर ईश्वर ने उसकी सुन ली और परमहंस दाती महाराज ने उसकी चिंता दूर कर दी।
दाती महाराज को जब पाली में अपने साधकों के माध्यम से पदमावती के परिवार की स्थिति के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने पदमावती के साथ उसके परिजनों को आलावास बुलाया लिया। यहां उन्होंने न केवल पदमावती के हाथ पीले करने का प्रबंध कर दिया, बल्कि परिवार के उन्नयन का मार्ग भी खोल दिया। दाती महाराज ने पदमावती को विवाह उपयोगी सारी सामग्री देकर रवाना किया।
आर्थिक तंगी से बेहाल था पूरा परिवार
राम रहीम कॉलोनी निवासी श्रवण शर्मा लम्बे समय से लकवे की बीमारी से ग्रसित है। इस कारण वे परिवार के गुजारे लायक कोई रोजगार नहीं जुटा पा रहे थे। उनकी पत्नी का स्वर्गवास कुछ सालों पहले हो जाने के बाद से वे लगातार घर में ही बैठे थे। उनका पुत्र रिक्शा चलाकर जैसे-तैसे पिता और चार बहनों के परिवार का जीवन यापन कर रहे था। पदमावती के बड़ी हो जाने के कारण पूरे परिवार को उसकी शादी की चिंता खाए जा रही थी। शनिधाम ट्रस्ट के कुछ साधकों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने दाती महाराज तक इस परिवार की सारी जानकारी पहुंचाई और दाती महाराज ने हाथों हाथ पदमावती के विवाह का सारा इंतजाम कर दिया।
हो गया विवाह का पूरा इंतजाम
आलावास स्थित गुरुकुल आश्वासन बालग्राम में शनिवार को पदमावती के परिवार को ग्यारह हजार रुपए नकद, गेहूं, पचास किलो चावल, अन्य खाद्य सामग्री, बिस्तर, चद्दर, तकिए, लोहे का बक्सा, कूकर, सिलाई मशीन, मिक्सर, जूसर, ग्राइंडर, रसोई में काम आने वाली सभी वस्तुओं के साथ चांदी की पायजेब, घी और तेल के टीन, मसाले, साड़ियां और अन्य सामग्री अलग-अलग सौंपी गई। इस मौके पर दाती महाराज ने तीनों कन्याओं के सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने उन्हें इस लायक बनाया है कि वे समाज के लिए कुछ कर सके और वे ईश्वर के आदेश पर अपना सब कुछ समाज और राष्टÑ के लिए ही समर्पित कर रहे है। दाती महाराज ने कहा कि बेटियां समाज की अनमोल धरोहर है। उन्हीं से एक नई दुनिया का सजन होता है। वे परिवारों, समाज और देश को एक ऐसे सूत्र में जोड़ती है जो आने वाले समय में मिसाल बनता है। इस मौके पर समाजसेवी नरेश ओझा, नगर परिषद के पूर्व उप सभापति राकेश भाटी, गुरुकुल आश्वासन बालग्राम की निदेशिका मां श्रद्धा, पदमावती के परिजन और कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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