बाड़मेर। वैकल्पिक बोर्ड से मोह भंग



बाड़मेर। आठवीं बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा 2014 को लेकर विद्यार्थियों में रूचि नजर नहीं आ रही। जिले के अधिकांश विद्यार्थियों ने परीक्षा नहीं देना बेहतर समझा है। स्थिति यह है कि बाड़मेर शहर में तो आंकड़ा साठ से कम में सिमट गया जबकि पूरे जिले में आंकड़ा पन्द्रह हजार तक नहीं पहुंचा। बाड़मेर ब्लॉक में सबसे कम और बायतु मे सबसे अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।

राज्य सरकार ने इस बार आठवीं बोर्ड की वैकल्पिक परीक्षा करवाने का निर्णय किया। इसका अर्थ यह हुआ कि परीक्षार्थी की इच्छा पर निर्भर है कि वह बोर्ड परीक्षा देगा या नहीं। इसके बाद जिले में परीक्षा को लेकर विद्यालयों के मार्फत आवेदन मांगे गए। जिले में आवेदन को लेकर विद्यार्थियों की उदासीनता नजर आ रही है। जिले के आठ ब्लॉक व बाड़मेर शहर से कुल 14387 आवेदन ही मिले है। इनमें से भी बाड़मेर शहर की स्थिति तो यह है कि मात्र 59 विद्यार्थी ही परीक्षा देंगे। बाड़मेर ब्लॉक से परीक्षा देने वालों की तादाद 319 रहेगी। गौरतलब है कि जिले में प्राथमिक शिक्षा के तहत 372 निजी विद्यालय सहित 1407 उच्च प्राथमिक विद्यालय है जबकि माध्यमिक शिक्षा में 134 उच्च माध्यमिक और 392 माध्यमिक विद्यालय है। इनमें करीब पैंतालीस हजार विद्यार्थी आठवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं।

ओबीसी ज्यादा, एसटी कम

विद्यार्थियों को वर्गवार बांटा जाए तो सबसे ज्यादा विद्यार्थी अन्य पिछड़ा वर्ग के हैं। इस वर्ग के 9847 विद्यार्थी आठवीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे।
अजा वर्ग के 1981, सामान्य के 1626, अल्पसंख्यक के 559 व अजजा वर्ग के 374 विद्यार्थी परीक्षा देंगे।

संस्कृत में ही विद्यार्थी

तृतीय भाषा की स्थिति यह है कि संस्कृत में पूरे जिले में विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इसका मतलब है कि पूरे 14387 परीक्षार्थी तृतीय भाषा संस्कृत की परीक्षा में शामिल होंगे। उर्दू, गुजराती, पंजाबी, सिंधी भाषा का कोई भी विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे रहा है।

आवेदन भेजे हैं

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