हरियाणा में दलित को जिंदा जलाया, सरपंच पर लगे आरोप

रानियां (सिरसा)। सिरसा के रानियां कस्बे के अबूतगढ़ गांव में शुक्रवार रात एक दलित को पशु बाड़े में आग लगाकर जिंदा जला दिया गया। इसमें 5 पशु भी जल गए। घटना देर रात 12.00 बजे के बाद की बताई जा रही है। आग लगाने वाले का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन मृतक के परिजनों ने गांव के सरपंच पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। मामले ने जातिगत रंग ले लिया है। मृतक दलित होने के कारण गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। मौके को भांपते हुए पुलिस ने किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है।
इस पशु बाड़े में हुआ हादसा।

परिजनों का कहना है कि मृतक 65 वर्षीय ज्ञानसिंह रात को अपने मकान के साथ बने पशु बाड़े में सोने गया था। रात 12.00 बजे के बाद उसके चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने बाहर आकर देखा तो पशु बाड़ा आग से जल रहा था और ज्ञानसिंह आग की लपटों से घिरा हुआ था। जब तक परिवार के लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, वह पूरी तरह से जल चुका था। झुलसने के कारण ज्ञानसिंह की मौके पर ही मौत हो गई। उसके साथ बाड़े में बंधे हुए 5 पशु जिनमें 3 गाय, 1 बकरी और 1 बछिया शामिल थे, भी जिंदा जल गए।

मृतक ज्ञान सिंह के लड़के सोनू ने इस पूरी घटना के पीछे गांव के सरपंच का हाथ बताया है। सरपंच स्वर्ण जाति से है। इस वजह से मामले को पूरी तरह से जातिगत रंग दे दिया गया है। घटना के बाद से ही दलित समुदाय में काफी रोष है। पुलिस ने मामले की संवेदशीलता को देखते हुए भारी पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया है।

जिंदा जले पशु और बाड़ा।


सरपंच और एक अन्य पर मामला दर्ज कर पुलिस ने शुरू की जांच

मौके पर पहुंचे डीएसपी कुलदीप बेनीवाल ने बताया कि गांव के सरपंच और एक अन्य व्यक्ति पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। गांव में अभी स्थिति शांतिपूर्ण है। घटना के पीछे जो भी दोषी हैं उन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा। पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

सरपंच और मृतक के बीच एक दिन पहले हुई थी कहा-सुनी

घटना के बाद एकत्रित गांव के लोग।
गांव के सरपंच और मृतक ज्ञानी सिंह के बीच काफी लंबे समय से जमीनी विवाद चल रहा है। मृतक ज्ञानी सिंह ने पंचायत की 8 मरले जमीन पर पिछले लंबे समय से कब्जा कर रखा है। सरपंच इस जमीन को खाली करवाने के लिए दबाव बना रहा था। ये मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है। इस घटना के संदर्भ में रानियां के  खंड  विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) अॉफिस में दोनों पक्षों को बुलाया गया था, जहां इन दोनों के बीच कहा-सुनी हुई थी। इसी कारण से ज्ञानी सिंह का पुत्र सरपंच पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रहा है। 

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