चार स्थानों पर निर्विरोध चुने गए पंच-सरपंच

जोधपुर। गांव की सरकार चुनने को शनिवार से जोर आजमाइश शुरू हो गई। जिले की 192 ग्राम पंचायतों के पंच-सरपंच का चुनाव रविवार को होगा। वहीं बालेसर पंचायत समिति के तीन व बाप पंचायत समिति के एक गांव में पंच व सरपंच आपसी सहमति से निर्विरोध चुन लिए गए।
लो बन गई सरपंच....जोधपुर जिले की बालेसर पंचायत समिति के कुई इंदा गांव की निर्विरोध निर्वाचित हुई सरपंच पच्चीस वर्षीय निकीता कंवर घूंघट में शपथ लेते हुए।

बालेसर के एक मतदान केन्द्र पर सरपंच पद के लिए नामांकन पत्र पेश करने को उमड़ी भीड़













जोधपुर जिले की 466 ग्राम पंचायतों में पंच-सरपंच चुनने के लिए चुनाव होने है। पहले चरण में 192 ग्राम पंचायतों में चुनाव होंगे। दूसरे चरण में 143 व तीसरे में 131 ग्राम पंचायतों में चुनाव होंगे। पहले चरण में आज पंच-सरपंच पद के चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।
 
नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए आज सुबह से ग्रामीण क्षेत्र में लोगों में जोरदार उत्साह देखने को मिला। किसी गांव में सहमति बनाने के लिए सभी लोग एक स्थान पर एकत्र हो बातचीत के माध्यम से इस प्रयास में जुटे रहे कि गांव का सरपंच निर्विरोध चुन लिया जाए ताकि गांव का सौहार्द बना रहे।
 
इस कार्य में फिलहाल चार गांव के लोगों को सफलता हाथ लगी। बालेसर पंचायत समिति के कुई इंदा, रावल गढ़ व जुड़िया तथा बार पंचायत समिति की नवसृजित ग्राम पंचायत नारायणपुरा में सरपंच व पंच के पदों पर एक-एक व्यक्ति ने ही नामांकन पत्र दाखिल किए।
 
इन स्थान पर ग्रामीण सुबह से ही आपसी सहमति बनाने के प्रयास में जुटे रहे। दोपहर बारह बजे तक इन लोगों को अपने मकसद में कामयाबी मिली और आपसी सहमति से एक-एक नाम तय कर लिए गए।
 
चुनाव वाले गांवों में सुबह से ही मेले जैसा माहौल नजर आ रहा था। हर कोई अपने-अपने प्रत्याशी के समर्थन में उसका नामंकन पत्र दाखिल कराने को उत्सुक था। महिलाओं के लिए आरक्षित सीट पर नामांकन के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी अपने प्रत्याशी के साथ नामांकन दाखिल करवाने पहुंची।
आज पूरी रात होगा मशक्कत
जोधपुर जिले की चार ग्राम पंचायतों में निर्विरोध सरपंच चुनने के बाद शेष 188 ग्राम पंचायतों में रविवार को मतदान होगा। इसके लिए दावेदारों में जोरदार मशक्कत देखने को मिलेगी। हालांकि सरपंच के दावेदार गत कई दिन से अपना चुनाव प्रचार करने में व्यस्त है, लेकिन आज की रात उनके लिए महत्वपूर्ण होगी।
 
मतदाताओं को अपने पक्ष में रिझाने का उनके पास अंतिम अवसर होगा। इस कारण कोई भी प्रत्याशी अपनी तरफ से कसर छोड़ना नहीं चाहेगा। एक-एक मतदाता के पास जाकर उसे अपने पक्ष में करने का प्रत्याशी पूरा जतन कर रहे है।
 

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