जालोर। चिकित्सक नींद में, स्टाफ नदारद




जालोर। जिला मुख्यालय पर सोमवार रात्रि को ड्यूटी चिकित्सक की लापरवाही व वार्ड में स्टाफ के नदारद रहने से एक गर्भवती की जान पर बन आई। मंगलवार सुबह प्रसूता के पति की शिकायत पर अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने उप नियंत्रक को जांच सौंपी।

जालोर के शिवाजीनगर निवासी रामगोपाल विश्नोई ने बताया कि उसकी पत्नी चार माह से गर्भवती है।रात्रिमें पेट दर्द व रक्तस्राव होने पर उसे करीब एक बजे अस्पताल लेकर आए।यहां ड्यूटी चिकित्सक अपने कक्ष में गहरी में नींद में सो रहे थे। करीब आधे घंटे तक अवगत करवाने पर उठे व नींद खराब करने का उलाहना देते हुए गर्भवती को सामान्य महिला वार्ड में भर्ती कर दिया।

सुबह 4.15 बजे आए स्त्री रोग चिकित्सक सुबह करीब 4015 स्त्री रोग चिकित्सक डॉ. सोहन कंडाला आए व उपचार में देरी होेने से भू्रण को बचाने में असमर्थता जताते हुए गर्भवती के जीवन की सुरक्षा को लेकर गर्भपात करवाने की सलाह दी व गर्भवात करवाया।

यहां भी स्टाफ गायबउन्होंने बताया कि पहले तो चिकित्सक की ओर से महिला को गलत वार्ड में भर्ती कर दिया गया।जब वे वार्ड में गए तो ड्यूटी पर तैनात मेलनर्स गायब था।वहां पर नर्सिग प्रशिक्षणार्थी ने ड्रिप लगाने के लिए करीब आधे घंटे तक मशक्कत की, लेकिन ड्रिप नहीं लगा पाई। काफी देर बार नदारद मेलनर्स आया व उनकी पत्नी को गायनिक वार्ड में शिफ्ट करने को कहा।ऎसे में चिकित्सक की लापरवाही के चलते उपचार में करीब ढाई घंटे तक देरी हुई।

आज देंगे रिपोर्ट
ड्यूटी चिकित्सक व नर्सिगकर्मियों की लापरवाही के बारे में लिखित में शिकायत मिली है। उप नियंत्रक डॉ. रमेश चौहान को जांच अधिकारी नियुक्त कर बुधवार को दोपहर बारह बजे तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है।दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
डॉ. पीआर चूंडावत, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, सामान्य चिकित्सालय जालोर

बरती लापरवाही
ड्यूटी चिकित्सक व मेलनर्स ने उपचार में लापरवाही बरती। जिससे गर्भस्थ भू्रण को नहीं बचाया जा सका।इस बारे में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी व जिला कलक्टर को अवगत करवाया है।
रामगोपाल विश्नोई, पीडित

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