बाड़मेर। जेल में भिड़े बंदी


बाड़मेर। स्थानीय जेल में शुक्रवार को बंदियों के दो गुटों में भिड़त के दौरान एक बंदी को गंभीर चोंटें आई। इधर जेल से बंदियों ने मोबाइल के जरिए अपने परिजन को मारपीट की जानकारी दी तो वे भी जेल के बाहर एकत्र हो गए। इस संबंध में जेल प्रशासन ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। जिला मुख्यालय की जेल में शुक्रवार सुबह बंदियों के दो गुट किसी बात को लेकर आपस में टकरा गए। तूं-तूं, मैं-मैं से शुरू हुई बात मारपीट तक पहुंच गई।

इससे जेल में हंगामा मच गया।

इस दौरान एक बंदी कमलेश के साथ मारपीट से उसको चोंटे आईं। हंगामे के बाद जेल प्रशासन बैरक में पहुंचा और बंदियों को अलग कर झगड़ा शांत करवाया। मोबाइल ने खोली पोलजेल में इतनी बड़ी घटना की पोल मोबाइल से खुली। जिस गुट के साथ मारपीट हुई थी, उसके लोगों ने अपने परिजन को मोबाइल से सूचना दी। इस पर परिजन जेल के बाहर एकत्र हो गए। जेल प्रशासन ने मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मी को किसी को भी अंदर नहीं आने देने के निर्देश दिए।

 इस संबंध में जेल अधीक्षक प्रदीप लखावत ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उपखण्ड अधिकारी राकेश शर्मा से पूछने पर उन्होंने जानकारी से इनकार किया। मोबाइल वर्जित फिर भी प्रयोगजेल में मोबाइल वर्जित है। बावजूद इसके बंदियों के पास मोबाइल होना जेल प्रशासन पर सवालिया निशान लगा रहा है। मोबाइल मिलने के बावजूद जेल कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना भी संदेह को बढ़ा रहा है। पूर्व में जेल में मोबाइल मिलने की घटना सामने आ चुकी है। बावजूद इसके जेल प्रशासन ने सबक नहीं लिया और गंभीर कार्रवाई नहीं हो रही है। 

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