बाड़मेर। भीषण गर्मी में बीएसएफ जवानों को मिलेंगे कूल जैकेट



बाड़मेर।  सीमा पर तैनात जवानों के लिए दुश्मन की नजरों से देश की रक्षा करने से अधिक चुनौती पूर्ण काम है गर्मी से जूझना। इन जवानों के लिए दुश्मन से लडऩा आसान है, लेकिन भीषण गर्मी इन जवानों को बेहाल कर देती है। बाड़मेर और जैसलमेर से लगती भारत-पाक सीमा पर इन दिनों तापमान 48 डिग्री से भी अधिक है।

 

ऊपर से सूरज की गर्मी और जमीं पर तपती रेत शरीर तो निचोड़ देती है। इसके साथ चलने वाली गर्म हवा के साथ बालू मिट्टी उड़ती है जो सुई की तरह से चुभती लगती है। जवानों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए ही बीएसएफ प्रशासन ने जवानों को कूल जैकेट देने की तैयारी की है। इसके लिए प्रस्ताव को मंजूरी लगभग मिल गई है।

 

सर्दियों में कड़ाके की सर्दी और गर्मियों में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के बावजूद बीएसएफ के जवानों का हौसला कम नहीं होता। बीएसएफ के अधिकारियों ने जवानों की इस समस्या को नजदीक से जाना और इसका समाधान निकाला है। कूल जैकेट मिलने पर जवान भीषण गर्मी में आसानी से गश्त कर सकेंगे और गर्मी-तपन का अहसास भी नहीं होगा। अधिकारियों के अनुसार हर जवान को अलग-अलग कूल जैकेट दिया जाएगा।

क्या है कूल जैकेट

कूल जैकेट में रहेगा 25 से 35 डिग्री तक का तापमान, तीन घंटे तक रहेगा ठंडा, बॉर्डर पर अभी 48 डिग्री से अधिक गर्मी। 

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