मुंबई। मुंबई में नौ सेना की एक और पनडुब्बी हादसे की शिकार हो गई। आईएनएस सिंधुरत्न में खराबी की वजह से धुंआ निकला। सांस लेने में तकलीफ के कारण सात नौ सैनिक बेहोश हो गए। उन्हें एयर लिफ्ट करके पनडुब्बी से निकाला गया। सभी नौ सैनिकों को नौ सेना के आईएनएस अश्विनी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि दो नौ सैनिक लापता हैं। पनडुब्बी पर उत्तरी नेवल कमांड के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। सेना मुख्यालय ने हादसे की पुष्टि की है। हादसा उस वक्त हुआ जब पनडुब्बी मुंबई के समुद्री तट की ओर लौट रही थी। मुंबई से 40-50 मील दूर पनडुब्बी से धुंआ निकलता हुआ देखा गया। किलो क्लास की आईएनएस सिंधुरत्न मरम्मत के बाद समुद्री ट्रायल पर थी।
हादसे के वक्त पनडुब्बी में गोला बारूद नहीं था। हादसे की वजह का पता नहीं चल पाया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि बैटरी से गैस लीक होने के कारण पनडुब्बी से धुंआ निकला। हादसे की वजह जानने के लिए वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में बोर्ड ऑफ इनक्वायरी का आदेश दिया गया है। भारतीय नौ सेना के जंगी पोत की यह दसवीं दुर्घटना है। पिछले सात महीने में तीसरी बार पनडुब्बी हादसे का शिकार हुई है।
पिछले महीने आईएनएस सिंधुघोष उस वक्त बाल बाल बच गई थी जब उसने मुंबई के बंदरगाह में प्रवेश किया था। अगस्त 2013 में आईएनएस सिंधुरक्षक पनडुब्बी हादसे का शिकार हो गई थी। विस्फोट के बाद पनडुब्बी समंदर में डूब गई थी। हादसे में 18 नौ सैनिकों की मौत हो गई थी। उस वक्त रक्षा मंत्री एके एंटनी ने नौ सेना से मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
बताया जा रहा है कि दो नौ सैनिक लापता हैं। पनडुब्बी पर उत्तरी नेवल कमांड के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। सेना मुख्यालय ने हादसे की पुष्टि की है। हादसा उस वक्त हुआ जब पनडुब्बी मुंबई के समुद्री तट की ओर लौट रही थी। मुंबई से 40-50 मील दूर पनडुब्बी से धुंआ निकलता हुआ देखा गया। किलो क्लास की आईएनएस सिंधुरत्न मरम्मत के बाद समुद्री ट्रायल पर थी।
हादसे के वक्त पनडुब्बी में गोला बारूद नहीं था। हादसे की वजह का पता नहीं चल पाया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि बैटरी से गैस लीक होने के कारण पनडुब्बी से धुंआ निकला। हादसे की वजह जानने के लिए वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में बोर्ड ऑफ इनक्वायरी का आदेश दिया गया है। भारतीय नौ सेना के जंगी पोत की यह दसवीं दुर्घटना है। पिछले सात महीने में तीसरी बार पनडुब्बी हादसे का शिकार हुई है।
पिछले महीने आईएनएस सिंधुघोष उस वक्त बाल बाल बच गई थी जब उसने मुंबई के बंदरगाह में प्रवेश किया था। अगस्त 2013 में आईएनएस सिंधुरक्षक पनडुब्बी हादसे का शिकार हो गई थी। विस्फोट के बाद पनडुब्बी समंदर में डूब गई थी। हादसे में 18 नौ सैनिकों की मौत हो गई थी। उस वक्त रक्षा मंत्री एके एंटनी ने नौ सेना से मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
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