ग्वार में बढ़ा कीट प्रकोप

कानाराम गोयल @ शिव (बाड़मेर). इस वर्ष किसानों ने अच्छे जमाने की आस में ग्वार की बंपर बुवाई की। लेकिन यह फसल लेना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा है। पहले   जरूरत के वक्त बारिश नहीं हुई, बाद में विपरीत हवाओं से ग्वार की पत्तियां सूख गई अब रही सही कसर कीट पूरी कर रहे हैं। कीट के प्रकोप व मौसम की मार से किसानों में निराशा छाने लगी है।
आगोरिया के किसान सरूपाराम बताते हैं कि उन्होंने इस वर्ष दस बीघा में ग्वार की बुवाई की थी। मगर कीट के प्रकोप से उत्पादन उम्मीद से आधा भी हाथ नहीं लगेगा। साजीतड़ा के किसान जैसाराम कहते हैं कि ग्वार में खर्चा भी निकलना मुश्किल लग रहा है।
आंतरा के किसान अकबर खान ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते खेती-बाड़ी घाटे का सौदा साबित हो रही है। कीट प्रकोप का इंद्राज गिरदावरी में नहीं किया जा रहा है। ऐसे में किसानों के साथ राम व राज दोनों रूखा व्यवहार कर रहे हैं। 
कर रहे देसी उपचार
कीट प्रकोप को खत्म करने के लिए किसान नीम के पत्तों को पीस कर उसके रस का छिड़काव कर रहे हैं। कुछ समर्थ किसान जिला मुख्यालय से कीटनाशी लाकर उपयोग कर रहे हैं।

Post a Comment

और नया पुराने