आरएएस प्रदीप का भाई हितेष सरेंडर, गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की


बाड़मेर। निर्मला उर्फ नेहा हत्या के आरोपी आरएएस प्रदीप के भाई हितेष मंगलवार को पुलिस के सामने सरेंडर हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की। डीएसपी नीरज पाठक के नेतृत्व में पुलिस टीम आरोपी हितेष को लेकर घटनास्थल पर पहुंची और मौका मुआयना कर नेहा की हत्या से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी हासिल की।
हितेष को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रदीप की गिरफ्तारी से पहले हितेष फरार हो गया था। पुलिस पिछले चार दिन से तलाश कर रही थी। डीएसपी नीरज पाठक ने बताया कि नेहा हत्या के दूसरे आरोपी हितेष को गिरफ्तार कर दिया।
पूछताछ के बाद उसे घटनास्थल पर ले जाया गया, जहां पर नेहा की हत्या को अंजाम देने के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। प्रदीप हितेष से गहन पूछताछ के माध्यम से नेहा की हत्या से जुड़े अन्य लोगों का पता किया जा रहा है। प्रदीप के महिला से अफेयर की जानकारी नहीं मिली है। कॉल डिटेल के आधार पर जांच की जा रही है।

जोधपुर स्थित आवास में छिपे हैं अफेयर के राज

नेहा हत्या प्रकरण के मुख्य आरोपी प्रदीप बालाच के जोधपुर स्थित सरकारी आवास में महिला अधिकारी से अफेयर के राज छिपे हैं। भास्कर की पड़ताल में पता चला है कि नेहा को जब से प्रदीप के किसी अन्य महिला के साथ अफेयर की आशंका हुई तो उसने प्रदीप के मोबाइल से रिकॉर्डिंग फोटो अपने मोबाइल में सुरक्षित कर दिए।
अवैध संबंधों को लेकर एक सीडी भी तैयार की गई। आवास के एक कमरे में तीन पैन ड्राइव एक सीडी छिपाकर रखे हैं। नेहा ने बाकायदा अपनी मां पार्वती को उस महिला का फोटो भी दिखाया था। इस बारे में नेहा ने अपनी सहेलियों को भी जानकारी दी थी।
इसके अलावा आवास की तलाशी लेने पर हत्या से जुड़े कारणों अन्य सबूत मिल सकते हैं। पुलिस की ओर से अब तक प्रदीप के जोधपुर स्थित आवास की तलाशी नहीं ली गई है।

रात में नेहा की हत्या, सुबह हितेष ने स्कूल भेजी अर्जी

नेहा की हत्या को अंजाम देने में शामिल प्रदीप का भाई हितेष पेशे से शिक्षक है। 19 अप्रैल को देर रात नेहा की हत्या की गई। 20 को सुबह नेहा के अंतिम संस्कार से पहले हितेष ने दूसरे शिक्षक के साथ रामवि शहदाद का पार के प्रधानाध्यापक को अर्जी लिखकर भेजी कि उसकी भाभी का देहांत हो गया है।
स्कूल के प्रधानाध्यापक गोविंद प्रसाद ने भास्कर को बताया कि हितेष 18 अप्रैल को स्कूल आया था और छुट्टी होने तक क्लास में पढ़ा रहा था। 19 अप्रैल को छुट्टी थी। 20 को सुबह साढ़े आठ बजे हितेष ने दूसरे शिक्षक के साथ अवकाश की अर्जी भेजी थी।
कुछ दिन पहले स्टाफ के साथ हम हितेष के घर बैठने गए थे। इस दौरान हितेष फूट फूटकर रोते हुए वह बार बार कह रहा था कि मेरी भाभी बहुत अच्छी थी, लेकिन चली गई।

एसपी से रिपोर्ट मांगी है, सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी

जोधपुर जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप बालाच के मामले में एसपी से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आते ही प्रदीप को सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी। एल.एन.मंत्री, अतिरिक्त आयुक्त प्रशासन आबकारी विभाग, उदयपुर।

दुराचरण की रिपोर्ट विभाग को भेजी है उनके स्तर पर होगी कार्रवाई

प्रदीप के दुराचरण की रिपोर्ट तैयार कर आबकारी विभाग को भेज दी है। अब कार्रवाई विभाग स्तर पर की जा सकती है। परिसदेशमुख, एसपी बाड़मेर।

एसपी से रिपोर्ट मांगी है, सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी

जोधपुर जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप बालाच के मामले में एसपी से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आते ही प्रदीप को सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी। एल.एन.मंत्री, अतिरिक्त आयुक्त प्रशासन आबकारी विभाग, उदयपुर।

दुराचरण की रिपोर्ट विभाग को भेजी है उनके स्तर पर होगी कार्रवाई

प्रदीप के दुराचरण की रिपोर्ट तैयार कर आबकारी विभाग को भेज दी है। अब कार्रवाई विभाग स्तर पर की जा सकती है। परिस देशमुख, एसपी बाड़मेर।

नेहा को बात-बात पर डांटती थी सास, अपाहिज बेटे ध्रुव की खातिर प्रदीप

नेहा मेरी अच्छी सहेली थी, वह मन की हर बात मुझे बताया करती थी। प्रदीप के साथ नेहा जोधपुर स्थित सरकारी आवास में सास, ससुर के साथ रहती थी। पिछले दो महिनों से प्रदीप नेहा का गडरारोड आने-जाने का सिलसिला शुरू हुआ जो अब तक लगातार जारी रहा।
इस दौरान आए दिन घर में झगड़ा होता था। 27 मार्च को नेहा ने वाट्सएप पर मुझे तीन मैसेज किए। वह बताती थी कि पति सास उसे बार बार प्रताड़ित कर रहे हैं। सास तो नेहा के पीछे ही पड़ गई थी। छोटी छोटी बात पर डांट फटकार देती।
बेटे ध्रुव के अपाहिज होने की उलाहना झेलना पड़ता। प्रदीप तो नेहा से कहता था कि मेरे सामने तो तेरी कोई औकात नहीं है। इन परिस्थितियों में नेहा ने धैर्य नहीं खोया और परिवार बिखर जाए, इस लिहाज से हर बार पति सास के बुरा-भला कहने पर शांत रही। कविता कोड़ेचा, जोधपुर, नेहा की सहेली

नेहा ने आखिर बार कहा था कि तुम मेरे प्यारे भइया हो

उसके साथ परिवार के सदस्यों की ओर से किए जा रहे बर्ताव के बारे में मुझे कभी नहीं बताया। वह अपनी पीड़ा मां के सामने कई बार बयां करती थी। ससुराल पक्ष की ओर से नेहा को प्रताड़ित किया जा रहा था। उसके मोबाइल का रिचार्ज के पैसे तक नहीं देते।
19 मार्च को नेहा का फोन आया कि भइया मेरे मोबाइल में पचास रुपए का बैलेंस करवा दो। इस पर मैने उसके मोबाइल में 150 रुपए का रिचार्ज करवा दिया। कुछ देर बार नेहा का पुन: फोन आया तो मैने हंसते हुए कहा कि तुम्हारे पास रिचार्ज के पचास रुपए नहीं है।
इस पर उसने कहा कि तुम मेरे प्यारे भइया हो, इसलिए ख्याल रखा करो। इसके बाद दुबारा फोन नहीं आया और सुबह घटना की सूचना मिली। हितेष,नेहा का भाई

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