केयर्न को सबसे तेज बढ़ती कंपनी का रैंक हासिल

जयपुर। राजस्थान के सरहदी बाडमेर जिले में प्राकृतिक गैस और तेल की खोज और उत्पादन में जुटी केयर्न इण्डिया को वित्त वर्ष 2013-14 के लिए मध्यम श्रेणी में देश की सबसे तेज बढ़ती कंपनी का रेंक हासिल हुआ है। कंपनी के अनुसार चुनौतीपूर्ण आर्थिकपरिदृश्य में सतत बढ़ोतरी एवं बेहतर वित्तीय तथा संक्रियात्मक प्रदर्शन के चलते कंपनी को बिजनेस वर्ल्ड मिडिलवेट केटेगरी में सबसे तेज कंपनी होने का गौरव प्राप्त हुआ है। उल्लेखनीय है कि 10 अरब डॉलर से अधिक की पूंजी के साथ केयर्न इण्डिया विश्व की 20 शीर्ष स्वतन्त्र अन्वेषण उत्पादन कंपनियों में शरीक है। केयर्न को गत दो साल से विश्व की सबसे तेज बढ़ती तेल और गैस अन्वेषण कंपनी का दर्जा हासिल हो रहा है। इस उपलब्धि का श्रेय बाडमेर में सफल खोज अभियान को जाता है। मालूम हो कि 1990 के दशक में विश्व की शीर्षस्थ तेल कंपनी शैल जिस इलाके में तेल खोजने में असफल रही उसमें केयर्न ने सफलता हासिल कर देश के लिए बड़ा काम किया है। केयर्न ने वर्ष 2004 में बाडमेर के मंगला तेल क्षेत्र में जमीन तेल भण्डार की खोज की थी। केयर्न गत दो साल में चार तेल क्षेत्रों में उत्पादन शुरू कर चुकी है तथा गत चार साल के दौरान कंपनी अपने तेल उत्पादन को 200 प्रतिशत बढ़ा चुकी है जिससे गत वित्त वर्ष के दौरान कच्चे तेल आयात खर्च में 38 हजार 500 करोड़ रूपए की बचत हुई थी। वर्तमान में केयर्न भारत के घरेलू तेल उत्पादन में करीब 30 प्रतिशत का योगदान दे रही है। कंपनी द्वारा विभिन्न स्थानों पर 40 तेल और गैस खोज की गई है तथा आगामी तीन साल में राजस्थान से तीन लाख बैरल तेल प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। 

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