बाड़मेर। गर्मी के साथ ही जलसंकट की दस्तक


बाड़मेर। जिले में चार बड़ी पेयजल योजनाओं पर कार्य हो रहा है।नर्मदा नहर का पानी धोरीमन्ना के कुछ इलाके को छोड़कर चौहटन, सिणधरी तक नहीं पहुंचा है। बाड़मेर लिफ्ट कैनाल का पानी बाड़मेर शहर में पहुंचा है लेकिन आपूर्ति अब एकांतरे की बजाय चार से पांच दिन बाद होने लगी है। ग्रामीण क्षेत्र में आपूर्ति नहीं हो रही है। बायतु इलाके में पानी की कोई योजना नहीं होने से संकट विकट है। उम्मेदसागर-धवा-समदड़ी परियोजना से समदड़ी कस्बे को थोड़ी राहत मिली है लेकिन गांवों में हालत पतली है। बालोतरा शहर पानी के संकट से जूझ रहा है। शिव और चौहटन के हालात भी विकट है।

जीरो लीकेज की कवायद

आरयूआईडीपी ने जिला मुख्यालय पर पाइप लाइन बिछाने के बाद शहर को सत्रह जोन में बांट दिया है। आरयूआईडीपी की टीम अब शहर में जोन वार दौरा कर लीकेज की जांच में जुटी है। गौरतलब रहे कि शहर में कई स्थानों पर पाइप लाइन में लीकेज के कारण जलापूर्ति के समय हजारों लीटर पानी व्यर्थ बहता है। पानी को व्यर्थ बहने से रोकने की कवायद जारी है।

मानसून रहेगा सामान्य से कम

चार साल बाद इस बार मौसम विभाग ने मानसून सामान्य से कम रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार अलनीनो के कारण मानसून सामान्य से कम रह सकता है। इस बार 95 प्रतिशत बारिश का ही अनुमान है। 90 से 96 प्रतिशत बारिश को सामान्य से कम और 96 से 104 प्रतिशत को सामान्य मानसून माना जाता है।

 

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