बाड़मेर। अवैध माल से लबालब मालखाना


बाड़मेर। अवैध माल (शराब) से आबकारी का मालखाना लबालब है। स्टाफ कक्ष, गार्ड कक्ष व एक अन्य कक्ष पर भी अवैध माल का कब्जा हो गया है। हालत यह है कि अवैध शराब रखने के लिए आबकारी भवन में जगह ही नहीं है। आबकारी कर्मियों के लिए भी जगह का टोटा पड़ रहा है।

अवैध शराब के खिलाफ अभियान व शराब तस्करों की धरपकड़ के दौरान आबकारी की ओर से जो अवैध माल पकड़ा जाता है, वह मालखाने में रखा जाता है। इस संबंध में आबकारी थाने में मामला दर्ज किया जाता है। मामले की जांच कर न्यायालय में चालान पेश किया जाता है। न्यायालय से मामले का निस्तारण होने के बाद संबंधित अवैध माल का निस्तारण किया जाता है। फिलहाल स्थिति यह है कि बाड़मेर जिले में आबकारी की ओर से आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज किए गए करीब सौ से अधिक मामले बकाया चल रहे हैं। इन सभी मामलों से संबंधित माल मालखाने व अन्य कमरों में जमा पड़ा है। करीब छह माह पहले तक जिला आबकारी कार्यालय किराए के भवन में चलता था, तब भी यही समस्या थी। छह माह पहले आबकारी कार्यालय नए भवन में स्थानान्तरित हुआ। नए आबकारी भवन में मालखाना बड़ा बनाया गया, लेकिन वह भी छोटा पड़ गया। विधानसभा चुनाव से पहले आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ट्रक शराब बरामद किया। इसके अलावा और भी कुछ बड़ी कार्रवाई रही, जिससे मालखाना व अन्य तीन कमरे भर गए।

 पिछले पांच वर्ष का माल

आबकारी ने वर्ष 2011 में 49, 2012 में 39, 2013 में 38 मामले बनाए। 2011 से पहले के दो वर्षाें में करीब चालीस मामले दर्ज किए गए। इन सभी मामलों में से करीब 100 मामले ऎसे हैं, जिनका अभी तक निस्तारण नहीं हुआ है। यही वजह है कि मालखाने व अन्य कक्षों में माल भरा हुआ पड़ा है।

दो मालखानों की जरूरत

अवैध शराब का कारोबार दिन-ब-दिन फलता फूलता जा रहा है। जब भी कार्रवाईकरने का प्रयास किया जाता है, अवैध शराब की बड़ी खेप हाथ लग जाती है। ऎसे में नए आबकारी भवन में जो मालखाना बना हुआ है, उतना ही एक अन्य मालखाना हो तो कुछ राहत मिल सकती है।

कार्मिकों के लिए जगह नहीं

नए आबकारी भवन की फिलहाल स्थिति यह हैकि स्टाफ कक्ष, गार्ड रूम व कार्यालय उपयोग के लिए बने कमरे में अवैध शराब भरी पड़ी है। ऎसे में इन कक्षों में जिन कार्मिकों के बैठने की व्यवस्था की गईथी, उन्हें कमरों में समायोजित किया गया है। जब तक पुराने माल का निस्तारण होगा, तब तक नया अवैध माल जगह घेर लेगा। ऎसे में कार्मिकों को समायोजन से ही काम चलाना पड़ेगा।

मालखाना व कमरे भरे हुए हैं

मालखाना व तीन अन्य कमरों में माल रखा हुआ है। जिन मामलों का न्यायालय से निस्तारण हो जाता है, उससे संबंधित माल का भी निस्तारण किया जाता है। मालखाने की क्षमता से अधिक अवैध माल होने से यह स्थिति बनी है। -शिवकुमार चौधरी, आबकारी निरीक्षक, बाड़मेर

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