बाड़मेर।सनावड़ा गेर मेले में उमड़ा दर्शकों का हुजूम

बाड़मेर। एशियाड में धूम मचा चुके सनावड़ा गेर नृत्य की प्रस्तुति होली के दूसरे दिन धुलंडी के अवसर पर सनावड़ा गेर मेले में हुई। विशेष पोशाक पहने सैकड़ों कलाकारों ने ढोल व थाली की थाप पर मनमोहक अंदाज में गेर नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेले में बाड़मेर जिलेभर से हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी।
 
गेर मेले में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ के बीच लाल-सफेद आंगी पहने कलाकार गोल घेरे में डांडियों को टकराते हुए थिरकते नजर आए। मेले में युवाओं के साथ बुजुर्ग कलाकारों में भी जोश कम नहीं था। रंग बिरंगी आंगी पहने हाथों में डांडिया लिए गोल घेरे में नर्तकों ने लय व ताल के साथ डांडियों की डंकार से सनावड़ा गूंज उठा। 
 
 नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी 
 
गेर मेले में इस बार कोई बड़ा प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। प्रशासनिक उदासीनता के कारण दर्शकों में निराशा नजर आई। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कन्हैयालाल रैगर, एडीओ महेंद्र शर्मा, पीराराम शर्मा, सदर थानाधिकारी आंनदसिंह, जिला परिषद सदस्य गोपालसिंह, सरपंच गंगादेवी चौधरी, पूर्व सरपंच कुंभाराम जाखड़, खीयाराम जाखड़ सहित कई बड़े-बुजुर्ग व युवाओं का सहयोग रहा। वहीं शंकरलाल देवपाल, भैरूलाल जैन, युद्धिष्टर, भीम भारती स्वामी, डूंगराराम सारण, लूणकरण बोथरा, भोमाराम मूढ़, ईशराराम, चौखाराम सहित कई लोगों का मेले में सहयोग रहा।
 
 नशामुक्ति का संकल्प लिया
 
गेर मेले के बाद सामाजिक उत्थान को लेकर गांव के मौजिज लोगों की ओर से आयोजित रियाण में समाज के लोगों ने नशामुक्ति का संकल्प लिया। इस दौरान सामाजिक कार्यक्रमों के दौरान डोडा-पोस्त, अफीम पर पाबंदी लगाई। इस दौरान सामाजिक कुरीतियां, युवाओं को नशे से दूर रखने व समाज हित में कई निर्णय लिए गए।

Post a Comment

और नया पुराने