जोधपुर में राजनीतिक व जातिगत समीकरण बदले

जोधपुर। राजस्थान में जोधपुर लोकसभा क्षेत्र से पूर्व शाही परिवार की प्रतिष्ठा इस बार फिर दांव पर लगी है। बदले राजनीतिक एवं जातिगत समीकरणों के चलते इस परिवार को इस बार अपनी चुनावी प्रतिष्ठा बचाना इतना आसान नजर नहीं आ रहा।

जोधपुर से इस परिवार के सदस्यों ने अब तक तीन बार चुनाव लड़ा और हर बार जीत हासिल की है। वर्ष 1952 के प्रथम आम चुनाव में पूर्व महाराजा हनुवंत सिंह तथा वर्ष 1977 के चुनाव पूर्व राजमाता कृष्णा कुमारी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लडे और सफलता हासिल की लेकिन गत आम चुनाव में इनकी पुत्री चन्द्रेश कुमारी कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर जीत हासिल की और केन्द्रीय मंत्री बनी।

इस बार भी कांग्रेस ने चन्द्रेश कुमारी पर ही दांव खेला है और उन्हें पार्टी प्रत्याशी बनाया है। इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ने वाला हर उम्मीदवार पूर्व शाही परिवार का आशीर्वाद लेने के लिए लालायित रहता है और जिस भी प्रत्याशी को इस परिवार की नजरें इनायत हो जाती है उसकी सफलता की संभावना बढ़ जाती है।

वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव से पूर्व राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत हासिल हुआ था लेकिन गत विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्र्रचण्ड बहुमत मिला और उसने जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली आठ विधानसभा सीटों में सात पर अपनी जीत दर्ज की। केवल सरदारपुरा क्षेत्र में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी प्रतिष्ठा बचा पाए।

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